हरियाणा सरकार क्रिस्प द्वारा विकसित ब्लॉकचेन तकनीक से 5 लाख विद्यार्थियों को डिजिटल सर्टिफिकेट देगी- डॉ. श्रीकांत पाटिल
यह समझौता ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी का उपयोग करके प्रमाणपत्र मुद्रण और सत्यापन प्रक्रिया के लिए किया गया
सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफॉरमेंस एक एसी संस्था है जो प्रशिक्षण, अनुसंधान और कौशल विकास के क्षेत्र में पिछले 27 वर्षों से काम करती आ रही है; साथ ही यह संसथान आईटी क्षेत्र में समाधान भी प्रदान करती है। क्रिस्प में भविष्यवादी प्रौद्योगिकी लैब, ब्लॉकचेन/ एआई/ एमएल/ रोबोटिक ऑटोमेशन और अन्य भविष्य की प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके उन्नत आईटी समाधान विकसित करती आ रही है। यह सभी उपलब्धियां क्रिस्प के प्रबंध निदेशक डॉ. श्रीकांत पाटिल के नेतृत्व में की जा रही है। उनका मुख्य एजेंडा इस संगठन को कौशल विकास का पर्याय बनाना है। और इसी श्रृंखला में क्रिस्प और बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन हरियाणा (बीएसईएच) ने एक समझौता किया है।
सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफॉर्मेंस (क्रिस्प), मध्य प्रदेश हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड के बीच क्रिस्प द्वारा विकसित ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से डिजिटल सर्टिफिकेट प्रिंटिंग और ऑनलाइन सत्यापन सेवा प्रदान करेगा। यह अग्रीमेंट 22 जून को हरयाणा में हुआ जिसमे बीएसईएच, अध्यक्ष, डॉ. वी.पी. यादव, और क्रिस्प, निदेशक, श्री अमोल वैद्य मोजूद रहें।
डॉ. श्रीकांत पाटिल ने बताया कि, “हरियाणा सरकार के साथ अपनी तरह का अनोखी पहल है जहां छात्रों की बेहतरी के लिए क्रिस्प द्वारा विकसित ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। भविष्य में हम भारत के विभिन्न राज्यों के साथ भी काम करेंगे। आई. टी. के क्षेत्र में यह संसथान नित नए कीर्तिमान गढ़ती आ रही है। संस्था को कैपेबिलिटी मेच्युरीटी इंटीग्रेशन स्तर 5 (सी एम एम आई लेवल 5) प्रमाणन भी प्राप्त है जिसे आई. टी और ई-गवर्नेंस क्षेत्र में सबसे अच्छा प्रमाणन माना
जाता है”।
श्री अमोल वैद्य, निदेशक, क्रिस्प ने बताया कि, “ब्लॉकचेन-आधारित प्रमाणन प्रणाली का उद्देश्य पहचान की चोरी से संबंधित धोखाधड़ी गतिविधियों से बचाव करना और छात्रों को सही प्रमाण पत्र देना है। क्रिस्प कौशल विकास और आई.टी के क्षेत्र में काम करने वाली मध्य भारत की अग्रणी संस्था है, जो छात्रों, जॉब सीकर्स, प्राध्यापकों को प्रशिक्षण प्रदान करती है”।
आईटी प्रमुख, क्रिस्प आई टी विभाग, श्री संदीप जैन ने बताया कि क्रिस्प मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में भी विभिन्न विभागों को अत्याधुनिक आईटी-सक्षम सेवाएं प्रदान कर रहा है।
यह ब्लॉकचेन-आधारित प्रमाणन प्रणाली किसी भी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में अपनी तरह का पहला कार्यान्वयन है, जो बीएसई हरियाणा द्वारा उम्मीदवार को एक विकेंद्रीकृत मैकेनिज्म के माध्यम से इंडिविजुअल/ विशिष्ट डेटा को सत्यापित करते हुए रिकॉर्ड की प्रामाणिकता प्रदान करेगा। क्रिस्प शिक्षा प्रणाली में ऐसी उन्नत तकनीक लाने के लिए भारत भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ काम कर रहा है।
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