8 महीने तक चलने वाले ट्रेनिंग प्रोग्राम में 450 डिफेन्स अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा
मध्यप्रदेश के लिए यह गौरव का क्षण हैं जब भारत सरकार की इंडियन कोस्ट गार्ड (जोकि रक्षा मंत्रालय के अधीनस्त हैं) ने क्रिस्प संसथान (जोकि मध्यप्रदेश की एक स्वायत संसथान है) का चुनाव रक्षा मंत्रालय के अधिकारीयों के नेतृत्व विकास प्रशिक्षण के लिए चुना हैं। इंडियन कोस्ट गार्ड भारतीय तटों की रक्षा के लिए कार्य करता हैं एवं अपने कर्मचारियों एवं अधिकारीयों के विकास एवं प्रशिक्षण पर समुचित ध्यान भी देता है।
इस नेत्रत्व विकास प्रशिक्षण के अंतर्गत 450 नाविक जो तटरक्षक सीमओं पर कार्य करते हैं उन्हें भविष्य की जिम्मेदारियों के लिए तैयार करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके तेहत नाविकों का पहला बैच पहला बैच 31 जुलाई 2023 से प्रारंभ हुआ और फरवरी 2024 तक संचालित होने वाले प्रत्येक बैच में 30 प्रशिक्षणार्थियों को 11 दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमे लाइफ स्किल्स, बिहेवियरल स्किल्स, सॉफ्ट स्किल्स जैसे अन्य कौशल के बारे में बताया जाएगा एवं प्रबंधन पहलुओं, सेवा विषयों की दक्षता और शारीरिक फिटनेस जैसी गतिविधियां क्षेत्रों में आईसीजी के प्रतिभागियों को तैयार करने पर केंद्रित होगा। इसके अलावा प्रशिक्षण के सत्र साइकोमेट्रिक मूल्यांकन, प्रबंधन खेल, विचार-विमर्श और समूह चर्चा पद्धति पर आधारित होंगे। साथ ही उन्हें तटरक्षक सम्बंधितसर्विस सब्जेक्ट में भी ट्रेन्ड किया जायगा।
क्रिस्प इससे पहले भी दो बार इंडियन कोस्ट गार्ड्स के लिए इस तरह के प्रशिक्षण का आयोजन कर चुका है, जिसमें लगभग 800 से ज्यादा प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया।
क्रिस्प पहले से ही रक्षा मंत्रालय के विभिन्न उपक्रमों जैसे नेवल डॉकयार्ड मुंबई एवं विशाखापत्तनम, शिप बिल्डिंग सेन्टर, डी.आर.डी.ओ, आर्मी विंग, नवल शिपयार्ड रिपेयर, इंडियन नेवल (नेवी), आई एन एस शिवाजी और आई एन एस -वल्सुरा, इत्यादि के अधिकारियों और तकनीशियन के लिए प्रशिक्षण आयोजित करता आ रहा है। संस्था ने अभी तक 5000 से अधिक डिफेन्स संस्थानों के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है।
क्रिस्प के प्रबंध संचालक डॉ. श्रीकांत पाटिल ने बताया कि, “क्रिस्प डिफेन्स सेक्टर में विशेषज्ञता हासिल कर रहा है ताकि भविष्य और और इस तरह की ट्रेनिंग्स की जा सकेसाथ ही संसथान अन्य अवसरों की तलाश कर रहा हैं”।